[RamDoota=Lord Ram messenger; atulita=measured; atilita=immeasurable; bala=ability; dhama=abode; Anjani=of Anjana; putra=son; pavana=wind; suta=son; naama=title] सोई अमित जीवन फल पावै ॥२८॥ चारों जुग परताप तुह्मारा । जलधि लाँघि गये अचरज नाहीं ॥१९॥ दुर्गम काज जगत के जेते । श्री हनुमान चालीसा - जय हनुमान ज्ञान गुन सागर भावार्थ – भूत–पिशाच आदि आपका https://marlonr630dfg9.eedblog.com/profile