गोरोचन की सहायता से इस यंत्र को भोजपत्र पर लिखें और शहद से भरे हुए पात्र में डाल दें. ऊँ ऐं हीं श्रीं हीं हूं हैं ऊँ नमो भगवते महाबल पराक्रमाय हे गौरी शंकरार्धांगिं! यथा त्वं शंकरप्रिया। दैत्या-दैत्यानी, भूता-भूतिनी, दानव-दानिवी, नीशा चैरा शुचि-मुखा ऐसे में यंत्र मे जिसका नाम होगा,वही https://socialbookmarkgs.com/story19503238/not-known-facts-about-husband-vashikaran