अगर आप ऐसा करते है तो साधना खंडित होना तय है. साधना के दौरान उस व्यक्ति से कम ही मिले जिस पर आप प्रयोग कर रहे है. ॥ॐ ऐं सूदर्शनाय (अमुक) वश्यं हुं ऐं फट स्वाहाः॥ ॐ खां ग्याम ग्याह महुम पति/पत्निं वश्यम् कुरुह कुरु स्वाहा: Whatsoever your stand must https://www.youtube.com/@Mahavidyabaglamukhi