प्रेरित ओव्यूलेशन- यह सरोगेसी और आईवीएफ में पहला और सबसे महत्वपूर्ण चरण है। महिलाओं को इंजेक्शन या मौखिक मार्ग से हार्मोन दिए जाते हैं। अधिकांशतः महिला के शरीर से कई डिंब निकाले जाते हैं ताकि उन्हें आसानी से निषेचित किया जा सके। कुछ आईवीएफ सरोगेसी प्रक्रियाओं में जुड़वाँ बच्चे होना आम बात है। इसलिए भारत में जुड़वां सरोगेसी की लागत पूछना उचित नहीं है। अंडों का निषेचन- यह एक परखनली या प... https://www.ivfsurrogacy.in/surrogacy-ka-matlab-hindi-mein/